Cure Asthma Naturally In Just 7 Days

दमा (अस्थमा) केवल 7 दिन में जड़ से ठीक करने के सबसे कामयाब नुस्खे ।Cure Asthma Naturally In Just 7 Days। Home Remedies For Asthma 

अस्थमा या दमा फेफड़ो से जुडी बीमारी है, जिसमें इन्सान को सांस लेने में परेशानी होती है। जब फेफड़ो में वायु का प्रवाह सही ढंग से नहीं हो पाता है, तो सांस  लेने  में  तकलीफ होने लगती है,और  नाक से अवाज आने जैसी problems होती है , इसे अस्थमा अटैक कहते है। ऐसें समय में शरीर के बाकि अंगो तक ऑक्सीजन  नहीं पहुँच पाती है, जिससे इंसान  तड़पने  लगता है, जी  हाँ  मतलब  की  जिस वक़्त मरीज को दमे का दौरा पड़ता है उस वक्त उसकी हालत बहुत हीं ख़राब हो जाती है और उसे तुरंत treatment दिए जाने की जरूरत होती  है अन्यथा कुछ भी हो सकता है मतलब  की  ऐसे में इन्सान की मौत भी हो सकती है।और  फ्रेंड्स  अस्थमा  तब  बढ़ता  है  जब  जब  चलती  है  बहोत  ठंडी हवा,ज्यादा exercise करने के बाद, बारिश या ठंड के मौसम में आइये  जानते  है  इसके  अस्थमा  के  लक्षण क्या  होते  है – सांस फूलना, लगातार खांसी  आना  छाती से आवाज आना, छाती में कफ या  म्यूकस  जमा होना, सांस लेने में अचानक दिक्कत होना, जिसे  काबू  में  करना  बहोत  ज़रूरी  है , तो  ये  जानते  है  आज हम आपको ऐसे ही कुछ अस्थमा के घरेलू उपाय बताएंगे जिससे आप इस problem से छुटकारा पा सकते है।अस्थमा  पूरी  तरह से ठीक नहीं होता है, डॉक्टर की सलाह पर इसे कंट्रोल रखा जाता है। इसके  अलावा  कुछ होम  रेमेडीज  भी इसे बहुत हद तक कंट्रोल करता है। friends दमा कई कारणों से हो सकता है । आइये  जानते हैं  अस्थमा  होने  के  कारण  के  बारे  में ….

Asthama Causes
इसके बहोत से reasons हैं , जैसे ख़राब मौसम, धूल, धुंआ जैसे allergic खाद्य पदार्थ, जी हाँ आमतौर पर अंडा, मछली, सोयाबीन, गेहूं से एलर्जी है तो asthama का अटैक पड़ने की आशंका बढ़ जाती है। यह genetic वजहों से भी हो सकती है। अगर माता-पिता में से किसी को भी अस्थमा है तो बच्चों को यह बीमारी होने के chances होती है, हवा प्रदुषण , धूम्रपान , धूल, कारखानों से निकलने वाला धुआं, धूप-अगरबत्ती और cosmetics जैसी सुगंधित चीजों से दिक्कत बढ़ जाती है। सिगरेट पीने से या smoking से भी asthama attack संभव है।इसके अलावा कुछ पेनकिलर्स और कुछ anti-biotics medicines के सेवन से अस्थमा अटैक हो सकता है।और सब से लास्ट में तनाव चिंता, डर, खतरे जैसे emotional उतार-चढ़ावों से तनाव बढ़ता है। इससे सांस की नली में रुकावट पैदा होती है और asthama attack पड़ता है।


Home remedies to cure Asthama
मेथी के दाने (Fenugreek seeds)
मेथी को पानी में उबाल कर इसमें शहद और अदरक का रास मिलाकर रोजाना पीएं। इससे आपको अस्थमा की समस्या से राहत मिलेगी।

तेजपत्ता (Bay leaf)
तेजपत्ता और पीपल के पत्ते की 2 ग्राम मात्रा में पीसकर मुरब्बे की चाशनी से खाएं. रोजाना इसे खाने से asthama कुछ ही समय में ही काम हो जाएगा.

लहसून (Garlic)
asthama की शुरुवात में ही लहसून फेफड़ो को साफ कर देता है| जिससे ये problem बढ़ नहीं पाती है|2-3 लहसून की कलियों को ¼ कप दूध में डालकर उबालें| इसे ठंडा कर पी लें| कुछ दिन लगातार ऐसा करने से आपको asthama में बहुत आराम मिलेगा|

मूली (Radish)
थोड़ी सी मूली को घिस कर उसमें १चम्मच शहद और निम्बू का रस मिलाकर कुछ देर पकाएं | अब इसे रोज एक चम्मच खाएं | यह बहुत effective इलाज है|

करेला (bitter gourd)
करेला जितना कड़वा होता है उतना beneficial ( लाभदायक) भी होता है| अस्थमा की बीमारी को भी करेला कंट्रोल करता है| इसके लिए करेला को पीस कर उसका पेस्ट बना लें अब उसमें तुलसी की पत्ती का रस और साथ ही शहद मिलाएं | इसे दिन में एक चम्मच खाएं| किसी एलर्जी की वजह से अगर asthama हो तो ये उसे दूर करता है|

आंवला पाउडर (Amla)
2 टीस्पून आवला पाउडर में 1 टीस्पून शहद मिलाकर सुबह खाली पेट सेवन करें। रोजाना इसका सेवन asthama को कंट्रोल करता है।

सूखी अंजीर या ड्राई अंजीर के 4 दाने रात को पानी में भिगो दें, सुबह खाली पेट इसे पीसकर खाने से asthama की problem दूर हो जाएगी ।

सोंठ, सेंधा नमक, जीरा, भुनी हुई हींग और तुलसी के पत्ते को पीसकर पानी में उबाल लें। इसे पीने से asthama की समस्या दूर होगी ।

4-5 लौंग लें और 125 मिलीलीटर में 5 मिनट तक उबालें। इस मिश्रण को छानकर इसमें एक चम्मच शुद्ध शहद मिलाएँ और गरम-गरम पी लें। हर रोज दो से तीन बार यह काढ़ा बनाकर asthama पेशेंट को पिलाने से उसकी तकलीफ काम करने में हेल्प मिलती है।

थोड़े से पानी में पानी में मुट्ठीभर सहजन की पत्तियां मिलाकर करीब 5 मिनट तक उबालें। मिश्रण को ठंडा होने दें, उसमें चुटकीभर नमक, कालीमिर्च और नीबू रस भी मिलाया जा सकता है। इस सूप का नियमित रूप से इस्तेमाल दमा या asthama की प्रॉब्लम कम करता है 

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