जानिए गुलाब के फूल के चौका देने वाले फायदे

जानिए गुलाब के फूल के चौका देने वाले फायदे

जानिए गुलाब के फुल के चौंका देने वाले फायदे 

 

गुलाब का फूल किसे पसंद नहीं होता। जहां इसे पूजा में व‍िश‍िष्‍ट स्‍थान

द‍िया गया है, वहीं अपनी महक और खूबसूरती की वजह से गुलाब का फूल प्रणय

संदेश का प्रतीक भी है। देसी गुलाब की लाल-गुलाबी आभा और इसकी सुगंध बेशक

इसे फूलों का राजा बनाती है। यही वजह है कि वैलेंटाइन डे के आसपास इसकी

डिमांड बेहद बढ़ जाती है। वैसे शास्‍त्रों में भी माना गया है कि घर में

गुलाब का एक पौधा लगाने से न सिर्फ इसकी खूबसूरती बढ़ती है, बल्‍क‍ि यह

घर में सुख और प्रेम भाव भी बढ़ाता है।

वैसे  कम ही लोग गुलाब के फूल के फायदों के बारे में जानते हैं। गुलाब जल

का प्रयोग तो रूप निखारने और कई व्‍यंजनों को एक खास स्‍वाद देने के लिए

होता ही रहा है। लेकिन गुलाब का फूल अपने आप में सेहत भरे गुणों की खान

है। इसका प्रयोग न सिर्फ छोटी समस्‍याओं को दूर करता है, बल्‍क‍ि दर्द

में भी आराम देता है।आइए जानते हैं गुलाब के इस्तेमाल से होने वाले फायदे

:-

 

गुलाब के रस का सेवन करना आपके बालों के लिए बहुत बढि़या तो है ही साथ ही

यह आपके सर के खुजली वाले एवं परतदार भागों को भी सही करता है। इसके

अलावा यह रोम छिद्रों तक ब्लड  सर्कुलेशन   को सुचारू रखते हुए बालों के

विकास को बढ़ाने में सहायक है। यह रूसी एवं सूजन के नियंत्रण में सहायक

है।उलझे व रूखे बालों से छुटकारा पाने के लिए आप गुलाब जल और एलोवेरा को

समान मात्रा में मिलाकर स्कैल्प पर अच्छे से लगा लें और 30 मिनट तक लगाए

रहने के बाद धो लें।

गुलाब जल और नींबू के रस से बना टॉनिक चेहरे पर लगाने से कील, मुंहासे कम

होते हैं। चेहरे पर इसे 15 मिनट तक लगा रहने दे, इसके बाद गुनगुने पानी

से धो लें। यह सामान्य और तैलीय त्वचा दोनों के लिए उपयुक्त है।

 

कान में दर्द होने पर गुलाब की पत्तियों के रस की थोड़ी बूंदे कान में

डालने से कान के दर्द में राहत मिलेगी।

 

 गुलाब के फूल की पंखूड़ियो से मसूढ़े और दाँत मजबूत होते हैं ,  दांतो की

बदबू दूर होती हैं और पायरिया की बीमारी से भी निजात पाया जा सकता

हैं।मुंह की बदबू को दूर करने के लिए गुलाब के फूल, लौंग और चीनी को

गुलाब जल में पीसकर गोलियां बनाकर चूसें। यह मुंह की दुर्गंध को दूर करता

है।

 

गुलाब के अर्क में नींबू का रस मिलाकर दाद पर लगाने से दाद ठीक हो जाता

है।शरीर में जलन होने पर या हाथ पैर में जलन होने पर गुलाबजल को चंदन में

मिलाकर इसका लेप लगाएं | 

जी मिचलाना, गले में जलन, सीने में जलन जैसे रोगों को दूर करने के लिए 1

कप गुलाबजल, चैथाई कप संतरे का रस और चौथाई कप चूने का पानी को मिलाकर

दिन में 2 बारी सेवन करें। आपको इन रोगों से निजात मिल जाएगी।

 

यह डायजेशन  के लिए अच्छी मेडिसिन   है जो भूख बढ़ाता है, डायजेशन  को

बेहत्तर बनाता है एवं डायजेशन   संबंधी समस्या को दुरूस्त करता है।

गुलाब हाइपर  एसिडिटी   को कम करने में भी सहायक है।खाना खाने के बाद

गुलकंद खाने से हाजमा ठीक रहता है।

 

गुलाब से बने गुलकंद में गुलाब का अर्क होता है। जो शरीर को ठंडक

पहुंचाता है। यह शरीर को डीहाइड्रेशन से बचाता है और तरोताजा रखता है।

पेट को भी ठंडक पहुंचाता है। गुलकंद स्फूर्ति देने वाला एक शीतल टॉनिक

है, जो थकान, आलस्य, मांसपेशियों के दर्द और जलन आदि समस्याओं को दूर

करता है।गुलाब रखकर सोने से तनाव दूर और नींद अच्छी आती है।

 

आँखों में गर्मी के कारण जलन हो या धूल मिट्टी से आँखों में तफलीफ़ हो तो

गुलाब जल से आँखे धोने से आराम मिलता हैं ,रतोंधी नाम की आँखों की बीमारी

के लिए गुलाबजल अचूक दवा का काम करता है , आंख में गुजली या दर्द होने पर

गुलाबजल डालने से आराम मिलता है।

 

 वजन को कम करने के लिए आर्युवेद में भी गुलाब का इस्तेमाल किया जाता है।

अगर आप भी अपने बढ़ते वजन से परेशान है तो गुलाब की कुछ पत्तियाँ(करीब 2०)

को एक ग्लास पानी में डालकर उबालें। उबालने से पहले इन्हे साफ़ करना ना

भूले।आपको पानी को तब तक उबालना है जब तक पानी का रंग गहरा गुलाबी न लगने

लगे। फिर इसमें एक चुटकी इलायची पाउडर और एक चम्मच शहद मिलाएं। अब इस

मिश्रण को छन्नी से छानकर दिन में दो बार लें। इसके सेवन से आपका वजन भी

कम होता है और तनाव भी दूर होने में मदद मिलती है।

 

गुलाब की पत्तियो को पीस कर, उसके रस में ग्लिसरीन में मिला कर , सूखे और

कटे-फटे होंठो पर लगाने से होंठ तुरंत चिकने और चमकदार हो जाते हैं ।

 

गुलाब में विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट होता है। गुलाब की पंखुड़ियां से

बने गुलकंद खाने से हड्डियां मजबूत होती है।  गुलाब के फूल को रोजाना

खाने से छाती रोग जैसे टी।बी। की बीमारी से पीड़ित रोगी को जल्दी से आराम

मिलता हैं। 

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