7. मुलेठी करे बलगम का जड़से सफाया:
इसमें जीवाणुरोधी क्षमता पाई जाती है। यह शरीर के अन्दरूनी चोटों में भी लाभदायक होता है। खांसी, जुखाम से गले और छाती में बलगम जम जाता है और जलन महसूस होने लगती है।खांसी होने
पर यदि कफ सूखा होता है तो बार-बार खांसने पर बड़ी मुश्किल से निकल पाता है जब तक गले से कफ नहीं निकल जाता है, तब तक रोगी खांसता ही रहता है। इस पर मुलेठी एक रामबाण इलाज है।
सामग्री:
२ कप पानी
५ ग्राम मुलेठी चूर्ण
विधि:
लगभग 2 कप पानी में ५ ग्राम मुलेठी चूर्ण डालकर इतना उबालें कि पानी आधा कप बचे।
इस पानी को आधा सुबह और आधा शाम को सोने से पहले पी लें।
३-४ दिन तक प्रयोग करने से कफ पतला और ढीला हो जाता है, जिससे बड़ी आसानी से निकल जाता है ।
और खांसी, दमा के रोगी में बड़ी राहत मिलती है।