सोने से पहले दूध में देसी घी मिलाकर पीने से पुरुषों और महिलाओं को होंगे ये जबरदस्‍त फायदे

देसी गाय के घी के फायदे

देशी घी का मतलब है गाय के दूध से बना शुद्ध घी, इसे एक प्रकार की दवा भी माना जाता है. गाय के घी में ऐसे औषधीय  गुण होते हैं जो और किसी चीज़ में नहीं मिलते। यहाँ तक की इसमें ऐसे माइक्रोन्यूट्रींस होते हैं जिनमें कैंसर युक्त तत्वों से लड़ने की क्षमता होती है। घी सबसे पवित्र, आध्यात्मिक और शारीरिक रूप से स्वास्थ्य के लिए लाभदायक पदार्थ के रूप में जाना जाता है। आयुर्वेद में गाय के घी को अमृत के समान बताया गया है।आइये जानते हैं गाय के घी के कुछ स्‍वास्‍थ्‍य लाभों के बारे में –

 

गाय का घी नाक में डालने से पागलपन दूर होता है।गाय का घी नाक में डालने से एलर्जी खत्म हो जाती है।गाय का घी नाक में डालने से लकवा का रोग में भी उपचार होता है।|बाल झड़ना व सफ़ेद होना बंद होकर नये बाल आने लगते हैं |

गर्भवती माँ घी – सेवन करे तो गर्भस्थ शिशु बलवान, पुष्ट और बुद्धिमान बनता है |2 – 5 घी की बूँदें नवजात को देने की सलाह दी जाती है। गाय का घी और दूध जन्म से ही बच्चों के लिए अनुकूल होता है। स्तनपान कराने वाली मां को भी इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है। यह मां के दूध को पौष्टिक गुणों से भर देता है।गाय के पुराने घी से बच्चों को छाती और पीठ पर मालिश करने से कफ की शिकायत दूर हो जाती है।

आँखों की ज्योति
एक चम्मच गाय का शुद्ध घी में एक चम्मच बूरा और 1/4 चम्मच पिसी काली मिर्च इन तीनों को मिलाकर सुबह खाली पेट और रात को सोते समय चाट कर ऊपर से गर्म मीठा दूध पीने से आँखों की ज्योति बढ़ती है।

कोमा :गाय का घी नाक में डालने से कोमा से बाहर निकल कर चेतना वापस लौट आती है।

 

घी खाने के फायदे बुखार के बाद

घी का सेवन बुखार के बाद उत्तेजना से राहत देने में मदद करता है। लेकिन ध्यान दें, जिस व्यक्ति को बुखार चल रहा हो उसको घी नहीं दिया जाता है। बुखार पूरी तरह से ठीक हो जाने के बाद, ताकत और प्रतिरक्षा शक्ति हासिल करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।

 

एक गिलास दूध में एक चम्मच गोघृत और मिश्री मिलाकर पीने से शारीरिक, मानसिक व दिमागी कमजोरी दूर होती है और याददाश्त तेज होती है।

 

जिस व्यक्ति को हार्ट अटैक की तकलीफ  है और चिकनाइ खाने की मनाही है, तो गाय का घी खाएं, हार्ट मजबूत होता है।

देसी गाय के घी में कैंसर से लडऩे की अचूक क्षमता होती है। इसके सेवन से स्तन तथा आंत के खतरनाक कैंसर से बचा जा सकता है।

 

दो बूंद देसी गाय का घी नाक में सुबह शाम डालने से माइग्रेन दर्द ठीक होता है.हाथ पाव मे जलन होने पर गाय के घी को तलवो में मालिश करें जलन ठीक होता है।

 

रात को सोते समय एक गिलास मीठे दूध में एक चम्मच घी डालकर पीने से शरीर की खुश्की और दुर्बलता दूर होती है, नींद गहरी आती है, हड्डी बलवान होती है और सुबह शौच साफ आता है

 

हिचकी के न रुकने पर खाली गाय का आधा चम्मच घी खाए, हिचकी स्वयं रुक जाएगी.गाय के घी का नियमित सेवन करने से एसिडिटी व कब्ज की शिकायत कम हो जाती है।

 

गाय के घी से बल और वीर्य बढ़ता है और शारीरिक व मानसिक ताकत में भी इजाफा होता है। एवं पुरुष संबंधी अनेक समस्याएँ भी दूर हो जाती है |

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