योग से ब्लड शुगर का लेवल घटता है और ये LDL या बैड कोलेस्ट्रोल को भी कम करता है। डायबिटीज रोगियों के लिए योग बेहद फायदेमंद है।
कुछ अध्यनों में पाया गया है कि कुछ योगासनो और मैडिटेशन के द्वारा आर्थराइटिस, बैक पेन आदि दर्द में काफी सुधार होता है और दवा जी ज़रुरत कम होती जाती है।
प्राणायाम के द्वारा श्वास प्रश्वास की गति पर नियंत्रण होता है जिससे श्वसन संस्थान सम्बन्धित रोगों में बहुत फायदा मिलता है | दमा, एलर्जी, साइनोसाइटिस,पुराना नजला, जुकाम आदि रोगों में तो प्राणायाम बहुत फायदेमंद है ही साथ ही इससे फेफड़ों की ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता बढ़ जाती है जिससे शरीर की कोशिकाओं को ज्यादा ऑक्सीजन मिलने लगती है जिसका पूरे शरीर पर सकारात्मक असर पड़ता है |
वजन पर नियंत्रण
मोटापे की समस्या आम बात हो चुकी है। मोटापा अपने आप में बीमारियों की बड़ी वजह है। सूर्य नमस्कार, कपालभाति और प्राणायाम के जरिए मोटापे की समस्या से निजात पाया जा सकता है।योग के जरिए हम खान-पान की आदतों में सुधार ला सकते हैं। जहाँ एक तरफ योगासन मांस पेशियों को पुष्टता प्रदान करते हैं जिससे दुबला पतला व्यक्ति भी ताकतवर और बलवान बन जाता है वहीँ दूसरी ओर योग के नित्य अभ्यास से शरीर से फैट कम भी हो जाता है इस तरह योग मोटापा और दुर्बलता दोनों के लिए फायदेमंद है |
स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का वास होता है, जब आप पूर्ण रूप से प्रसन्न रहते हैं तब आपके शरीर में रक्त संचार बढ़ जाता है और शरीर से विषाक्त तत्व बहार निकल जाते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।