आंवला पाउडर (Amla)
2 टीस्पून आवला पाउडर में 1 टीस्पून शहद मिलाकर सुबह खाली पेट सेवन करें। रोजाना इसका सेवन asthama को कंट्रोल करता है।
सूखी अंजीर या ड्राई अंजीर के 4 दाने रात को पानी में भिगो दें, सुबह खाली पेट इसे पीसकर खाने से asthama की problem दूर हो जाएगी ।
सोंठ, सेंधा नमक, जीरा, भुनी हुई हींग और तुलसी के पत्ते को पीसकर पानी में उबाल लें। इसे पीने से asthama की समस्या दूर होगी ।
4-5 लौंग लें और 125 मिलीलीटर में 5 मिनट तक उबालें। इस मिश्रण को छानकर इसमें एक चम्मच शुद्ध शहद मिलाएँ और गरम-गरम पी लें। हर रोज दो से तीन बार यह काढ़ा बनाकर asthama पेशेंट को पिलाने से उसकी तकलीफ काम करने में हेल्प मिलती है।
थोड़े से पानी में पानी में मुट्ठीभर सहजन की पत्तियां मिलाकर करीब 5 मिनट तक उबालें। मिश्रण को ठंडा होने दें, उसमें चुटकीभर नमक, कालीमिर्च और नीबू रस भी मिलाया जा सकता है। इस सूप का नियमित रूप से इस्तेमाल दमा या asthama की प्रॉब्लम कम करता है