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हल्दी के ये अनजान फ़ायदे आपकी जिंदगी बदल देंगे

हल्दी   के  ये   अनजान  फायदे  आपकी  जिंदगी  बदल  देंगे  

 

हल्दी की उत्पति जमीन के भीतर जड़ के रूप में होती है, यह  क्यूरकुमा  लूंगा  नामक   पौधे  की  जड़  होती  है  जमीन के उपर सिर्फ हरा पौधा दिखाई देता हैं । हल्दी का पौधा 2 फीट तक ऊँचे होते हैं ।हल्दी जहां एक ओर खाने का स्वाद और रंग बढ़ा देती है,वहीं हल्दी का उपयोग सौंदर्य वृद्धि और त्वचा की समस्याओं को और  स्वस्थ्य   समस्याओं को दूर करने में भी किया जाता है , हल्दी  में  एंटीसेप्टिक  गुण     होता  है  । हल्दी आपके शरीर को भीतर से बचाती  है और सभी अंगों को काम  करने  में  मदद  करती   है। यह कॉस्मेटिक 

 

उत्पाद के रूप में भी इस्तेमाल कि जाती  है । यही कारण है कि भारत में शादी से पहले दुल्हन  को हल्दी लगाई  जाती  है । हल्दी चेहरे और शरीर पर लगाने  से  त्वचा चमकदार, स्पष्ट और  निर्दोष बन  जाती  है।                                                                                                 तो  चलिए  जानते  है  हल्दी  का  बेमिसाल  प्रयोग  स्वस्थ  और  सुन्दर  रहने  के  लिए – 

त्वचा को  सुन्दर  और  निरोगी  बनाने  के  लिए  हल्दी  का  इस्तेमाल –                                                                                    ड्राई  स्किन  के  लिए  दूध ,बादाम  और  हल्दी  का   फेस  पैक 

रूखी  त्वचा  को  हमेशा  मौसम के अनुसार  अतिरिक्त नमी और हाइड्रेशन  की आवश्यकता होती है।सर्दियों के दौरान और  बहुत  गर्मी  पड़े  तब  ड्राई  स्किन  की  स्थिति 

 

बहुत   रूखी  तथा  बेजान  हो जाती है | निचे  दिए  गए  फेस  पैक  आपकी  त्वचा को प्राकृतिक मॉइस्चराइजेशन प्रदान करेंगे  और  हल्दी आपके  फेस   को  चमकदार  और  

 

रंगत   निखारने  में  मदत  करेगी | फेस  पैक  में  मौजूद  दूध  आपकी  रुखी  त्वचा  को   पुनर्जीवित  करेगा  और ऊतक वृद्धि को बढ़ावा देता है,जिससे 

 

झुर्रियां   नहीं  होती ,बादाम पाउडर आपकी  त्वचा को नमी और क्षतिग्रस्त त्वचा कोशिकाओं की मरम्मत करता है।

इस  पैक  को  बनाने  के  लिए  आपको  एक  चम्मच   दूध ,एक  चम्मच   बादाम  का  पाउडर  और  एक  चुटकी  हल्दी   का  पेस्ट  बनाना  है |अब  इस  पेस्ट  को  अपने   पुरे  चेहरे  पर  लगा  ले  और  उसे  १५  से  २०  मिनट  तक  छोड़  दे | फिर  गुनगुने  पानी  से  चेहरा   धो ले | उसके  बाद  अपने  फेस  पर  ठन्डे  पानी  का  

 

छिड़काव  करे | अंत  में  अपने  फेस  को  मॉइस्चरीज़   करना  न   भूले | ऐसा  सप्ताह  में  बार  करे |

 

तैलीय त्वचा के  लिए  चन्दन  और  हल्दी  का   फेस  पैक 

चंदन और हल्दी का फेस  पैक अतिरिक्त तेल को अवशोषित करके  आपकी त्वचा  को  चिकनी और कम   तैलीय  बनाता  है | चंदन  पाउडर कई खनिजों से समृद्ध 

 

होता  है जो त्वचा सांस लेने  में  मदद  करते  है । यह एक एक्सफोलिएटर  के रूप में भी कार्य करता है

गुलाब जल  में विरोधी भड़काऊ गुण होते हैं जो त्वचा को शांत करते हैं।

थोडा सा  चन्दन  पाउडर  और  एक  चुटकी  हल्दी  को  गुलाब  जल  में  मिलकर  पेस्ट  बना  ले | पेस्ट  को  अपने  फेस  पर  लगा  ले  और  

 १५  मिनट  के  लिए  छोड़  

 

दे | उसके  बाद   ठन्डे  पानी  से   फेस  धो  ले | इस  रेमेडी  को  आप  सप्ताह  में  दो  दिन  कर  सकते  है |  

 

बढती उम्र को रोकना में  हल्दी  का  प्रयोग  

हल्दी में बढ़ती उम्र को रोकने की क्षमता होती है। यह आपकी बढ़ती उम्र के प्रभाव का पता नहीं लगने देती है। जो लोग नियमित हल्दी वाला पानी उपयोग करते है उनके चेहरे व शरीर पर 

 

रैडिकल्स कम होते है इससे आपके शरीर पर उम्र का असर कम दिखता है – 

 

हल्दी का उपयोग है वजन कम करने में सहायक –

हल्दी पाउडर एक आदर्श शरीर के वजन को बनाए रखने में बहुत मददगार हो सकती है। हल्दी में मौजूद एक घटक पित्त के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है जो आहार वसा के टूटने में एक 

 

महत्वपूर्ण भूमिका का निभाता है। जो लोग वजन कम करना चाहते हैं या मोटापा और अन्य संबंधित बीमारियों का इलाज करना चाहते हैं, वे प्रत्येक भोजन के साथ हल्दी पाउडर के एक चम्मच 

 

का सेवन कर सकते हैं। 

 

हल्दी खाने के फायदे हैं बेहतर पाचन के लिए – 

पाचन बनाए दुरुस्‍त कई रिसर्च के मुताबिक हल्‍दी रोजाना खाने से पित्‍त ज्‍यादा बनता हैं ,  इससे खाना आराम से हजम होता है , हल्दी में कई प्रमुख घटक पित्त का उत्पादन करने के लिए 

 

पित्ताशय को उत्तेजित करते हैं, जिससे पाचन में सुधार होता है और ब्लोटिंग और गैस के लक्षणों को कम करता है। इसके अलावा हल्दी अल्सरेटिव बृहदांत्रशोथ सहित आंतों के अधिकांश प्रकार 

 

के विकार के उपचार के लिए उपयोगी है। हालांकि यह ध्यान रखना जरूरी है कि किसी भी प्रकार की पित्ताशय की बीमारी से पीड़ित लोगों को हल्दी को आहार पूरक के रूप में नहीं लेना 

 

चाहिए क्योंकि यह स्थिति को खराब कर सकती है। पाचन समस्या से पीड़ित होने पर कच्चे रूप में हल्दी का सेवन करना सर्वोत्तम माना जाता है। 

 

कैंसर की रोकथाम में हल्दी का उपयोग

कैंसर से बचने और कैंसर के प्रभाव को कम करने में हल्दी एक कारगर दवाई का कार्य करती है। खाली पेट हल्दी का सेवन शरीर को अंदर से साफ रखता है। कैंसर की रोकथाम के लिए 

 

हल्दी की गोलियों में नीम को मिलाकर सेवन करने से शरीर से कैंसर की कोशिकाएं खत्म होकर बाहर निकलने लगती है।कैंसर से बचाव हल्‍दी एक ताकतवर एंटीऑक्‍सीडेंट है जो कैंसर पैदा 

 

करने वाली कोशिकाओं से लड़ती है।खून रखे साफ हल्‍दी वाला पानी पीने से खून नहीं जमता और यह खून साफ करने में भी मददगार है।

  

हल्दी करे छालों को दूर

हल्दी के प्रयोग से मुंह के छालों से राहत मिलती है। हल्दी के पाउडर को गरम पानी में मिला लें और इस पानी को मुंह में डालकर कुल्ला करें। आपको छालों से आराम मिलेगा।

 

हल्दी दूध पीने के फायदे इम्युनिटी के लिए

हल्दी में लाइपोपॉलीसकराइड (lipopolysaccharide)नामक एक पदार्थ होता है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रोत्साहित करता है। इसकी जीवाणुरोधी, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल 

 

एजेंट भी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायता करते हैं। एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली सर्दी, फ्लू और खांसी से पीड़ित होने की संभावना कम करती है। यदि आप सर्दी, खांसी या फ्लू से 

 

पीड़ित हैं, तो आप एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर को मिलाकर दिन में एक बार पी सकते हैं। इससे आपको जल्दी ही बेहतर महसूस होगा। 

 

हल्दी का सेवन करें घाव को जल्दी भरने में मदद

हल्दी एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और जीवाणुरोधी एजेंट है और इसे संक्रमण की रोकथाम के रूप में इस्तेमाल की जाती है। यदि आपकी त्वचा जल गई है या फिर कट गई है, तो आप उपचार 

 

प्रक्रिया को गति देने के लिए प्रभावित क्षेत्र पर हल्दी पाउडर लगा सकते हैं। हल्दी क्षतिग्रस्त त्वचा की मरम्मत में मदद करती है और इसका उपयोग छालरोग (सोरायसिस) और अन्य सूजन 

 

संबंधी त्वचा विकार के इलाज के लिए किया जा सकता है। 

 

दांत के लिए हल्दी के उपयोग :

गैस पर हल्दी की गाँठें जलाकर इस जली हुई हल्दी को पीसकर उसमें समान मात्रा में पिसी हुई अजवायन मिला लें। इससे रोजाना मंजन करें। हिलते दाँत मजबूत हो जायेंगे।

दाँत-दर्द ठीक करने के लिए दो चम्मच हल्दी के पाउडर में दो चम्मच पिसी हुई सफेद फिटकरी, 100 ग्राम बहुत बारीक पिसा हुआ नमक- ये सब मिलाकर रख लें। आधा चम्मच यह पाउडर 

 

और 10 बूंद सरसों का तेल मिलाकर रोजाना मंजन करें। दाँतों में पानी लगना, हिलना, दर्द दूर होगा। इससे दाँत साफ होकर चमकने लगेंगे। दांतों का पीलापन दूर करने के बेहतरीन घरेलू 

 

उपाय

सरसों के तेल में हल्दी और नमक मिलाकर मंजन करने से दाँत साफ हो जाते हैं, मसूढ़ों को सूजन व पीलापन दूर हो जाता है।

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हल्दी के नुकसान –

 

हल्दी को गर्भाशय उत्तेजक के रूप में भी जाना जाता है, जो मासिक धर्म के प्रवाह को प्रोत्साहित कर सकता है। गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को अपने शिशुओं को 

 

किसी भी तरह की हानि से बचाने के लिए हल्दी का वर्जन करना चाहिए या फिर इसके सेवन को सीमित रखना चाहिए।

 

चूंकि हल्दी रक्त के थक्के (ब्लड-क्लॉट) को धीमा करने के लिए जानी जाती है, इससे रक्तस्राव हो सकता है। यदि आप एंटीकोआगुलेंट और एंटीप्लेटलेट दवाएं ले रहे हैं तो हल्दी का सेवन 

 

आपके स्वास्थ्य पर नकरात्मक प्रभाव डाल सकता है।

 

एलर्जी और गॉलब्लैडर की समस्या

अगर आपको मसालों के सेवन से एलर्जी हो जाती है तो हल्दी का भी प्रयोग बंद कर दें। यह आपकी एलर्जी को और बढ़ा सकती है। हल्दी गॉलब्लैडर में स्टोन बनाने का भी काम कर सकती है। 

 

इसके अलावा यह गैस भी बनाती है।हल्दी के नुकसान –

 

हल्दी को गर्भाशय उत्तेजक के रूप में भी जाना जाता है, जो मासिक धर्म के प्रवाह को प्रोत्साहित कर सकता है। गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को अपने शिशुओं को 

 

किसी भी तरह की हानि से बचाने के लिए हल्दी का वर्जन करना चाहिए या फिर इसके सेवन को सीमित रखना चाहिए।

 

चूंकि हल्दी रक्त के थक्के (ब्लड-क्लॉट) को धीमा करने के लिए जानी जाती है, इससे रक्तस्राव हो सकता है। यदि आप एंटीकोआगुलेंट और एंटीप्लेटलेट दवाएं ले रहे हैं तो हल्दी का सेवन 

 

आपके स्वास्थ्य पर नकरात्मक प्रभाव डाल सकता है।

 

एलर्जी और गॉलब्लैडर की समस्या

अगर आपको मसालों के सेवन से एलर्जी हो जाती है तो हल्दी का भी प्रयोग बंद कर दें। यह आपकी एलर्जी को और बढ़ा सकती है। हल्दी गॉलब्लैडर में स्टोन बनाने का भी काम कर सकती है। 

 

इसके अलावा यह गैस भी बनाती है।

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